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अध्ययन आखिर है क्या,, कला, विज्ञान या फिर और कुछ,,?
- December 16, 2022
- Posted by: Uday Suryavanshi
- Category: Blog UPSE Prepare
अध्ययन कला है या विज्ञान इस बात की समीक्षा करने से पूर्व हमें यह जान लेना आवश्यक है की आखिर अध्ययन कहते किसे हैं आमतौर पर अध्ययन का पर्याय सिर्फ पढ़ने से लगाया जाता है जबकि या बहुत ही सीमित अवधारणा है, क्योंकि अध्ययन तो उस हर तरीके या गतिविधि को कह सकते हैं जिसमें हमारा मस्तिष्क शामिल हो वो देखना ,पढ़ना ,सुनना, सीखना ,सोचना लिखना ,समझना और बोलना आदि भी हो सकता है, क्योंकि जब मनुष्य ने लिखना पढ़ना नहीं भी सीखा था तभी तो वह प्रकृति का अध्ययन अपने अनुभव के आधार पर करता ही था ,ऐसे में सिर्फ पढ़ाई को हम अध्ययन तक सीमित करे तो कितना न्यायसंगत होगा,, अब हम यदि इस बात का समीक्षा करें कि अध्ययन विज्ञान है अथवा कला तो यह बड़ी उलझी हुई गुत्थी नजर आती है क्योंकि जहां भी एक निश्चित व्यवस्था होगी वहां विज्ञान होगा प्रकृति में और हमारे जीवन में जितनी भी घटनाएं हो रही हैं वह सभी एक निश्चित वैज्ञानिक नियम के तहत ही तो हो रही है ,फिर भला हम अपने अध्ययन करने को किस प्रकार विज्ञान से परे कह सकते हैं ,,?मैं समझता हूं की अध्ययन करना तो शायद विज्ञानों का भी विज्ञान है! लेकिन अध्ययन केवल विज्ञान नहीं हो सकता है क्योंकि अध्ययन का निष्कर्ष पढ़ने वाले के सापेक्ष निकलता है जबकि विज्ञान में निष्कर्ष हमेशा एक ही तरह के होते हैं ऐसे में हमें मानना पड़ता है की अध्ययन एक कला भी है क्योंकि जब किसी काम को करने का नियम एक होता है लेकिन उसके करने के ढंग कई हो जाते हैं तो वह प्रक्रिया कला बन जाती है जैसे संगीत में तो सिर्फ वैज्ञानिक रूप से 8 सुर है किंतु जितने लोग संगीत को साधेंगे सबके अपने अपने ढंग होंगे सबका अपना संगीत, ऐसे में स्पष्ट है की अध्ययन विज्ञान भी है और कला भी,,,, अध्ययन कला के निकट जाकर इसलिए भी खड़ा हो जाता है क्योंकि अध्ययन का अपना एक मनोविज्ञान जो सीधा मनोरंजन से जुड़ता है , दुनिया में अधिकांश अध्ययन मनोरंजन के लिए ही किए जा रहे हैं , जबकि वही विज्ञान रसहीन और निरपेक्ष है।
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उदय सूर्यवंशी